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महिला विश्व कप 2025 – भारतीय खिलाड़ियों ने रचा इतिहास, म्हारी छोरियाँ छोरों से कम हैं के?

by Devansh Singh - 19/07/2025

बाटुमी में चल रहा महिला विश्व कप अब अपने अंतिम चरण पर जा पहुँचा है और भारतवासियों के लिए एक बड़ी ख़ुशख़बरी भी है। टाई ब्रेक मुकाबलों में चारों भारतीय खिलाड़ियों ने जीत हासिल कर क्वार्टर फ़ाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित कर ली है। कोनेरु हम्पी और दिव्या देशमुख ने दो बाजियों में 1.5 अंक बनाकर अपना क्वार्टर फ़ाइनल का स्थान पक्का किया, वहीं हरिका ने शानदार वापसी करते हुए काटेरिना लाग्नो को हराया। सबसे लंबे चले टाई ब्रेक मुकाबले में वैशाली ने टाई ब्रेक बाजियों के बाद आख़िरकार 4.5-3.5 से मेरुएर्त कमालिदेनोवा पर जीत हासिल की। खिलाड़ियों की पूरी कोशिश रहेगी कि वे अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखें और आज होने वाले क्वार्टर फ़ाइनल के पहले मुकाबले में जीत हासिल करें। क्वार्टर फ़ाइनल में अब चार भारतीय खिलाड़ियों के साथ-साथ तीन चीनी खिलाड़ी और एक जॉर्जिया की खिलाड़ी मौजूद हैं। पढ़े देवांश सिंह का यह लेख, Photo: FIDE/Anna Shtourman

"म्हारी छोरियाँ छोरों से कम हैं के?"

"दंगल" फिल्म का यह डायलॉग अब हमारे शतरंज जगत में भी साक्षात होता नजर आ रहा है। बाकू, अज़रबैजान में हुए 2023 फीडे वर्ल्ड कप में जब भारतीय खिलाड़ी खेलने उतरे थे तब सभी दर्शकों को भारत में बढ़ रहे शतरंज और शानदार खिलाड़ियों का पता लगा था, उस प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में भारत के 4 खिलाड़ियों ने अपनी जगह बनाई थी और इन चार खिलाड़ियों में विश्व चैंपियन डी. गुकेश, भारत के नंबर एक और दो खिलाड़ी आर. प्रज्ञानन्दा और अर्जुन एरिगैसी के साथ-साथ विदित गुजराती भी थे। हालांकि मैगनस कार्लसन ने प्रज्ञानन्दा को हराकर विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था पर भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन सराहनीय था।

ठीक उसी प्रकार आज हमें हमारे देश की शानदार और प्रतिभाशाली महिला खिलाड़ियों का प्रदर्शन देखने को मिला जहाँ विश्व पटल पर अपना डंका बजवाने वाली कोनेरु हम्पी और हरिका द्रोणावल्ली के साथ-साथ भारत की अगली पीढ़ी को प्रेरित करने वाली दिव्या देशमुख और आर. वैशाली भी शामिल हैं। इतिहास में नाम दर्ज करवाने वाली चारो महिला खिलाडी अब विश्व कप से चंद कदम की दुरी पर हैं। भारत में बढ़ रहे शतरंज के प्रचार और प्रसार के साथ-साथ मजबूत खिलाड़ी अब अपनी छाप पूरे विश्व पर छोड़ रहे हैं और यह भी बता दें कि भारत की तरफ से हमें एक सेमीफाइनलिस्ट भी मिल चुका है क्योंकि क्वार्टर फाइनल में होने वाले मुकाबले में दिव्या देशमुख की भिड़ंत हमवतन हरिका द्रोणावल्ली से होने वाली है। हालांकि एक खिलाड़ी को इससे निराशा प्राप्त होगी तो वहीं दूसरी खिलाड़ी खिताब के और नज़दीक और साथ ही साथ वुमेन्स कैंडिडेट्स के एक कदम और पास आ जाएंगी। भारत देश में बढ़ते शतरंज का सीधा-सा उदाहरण तो यह भी है कि अब विश्व के शीर्ष 50 खिलाड़ियों में 9 भारतीय तो वहीं शीर्ष 50 महिला खिलाड़ियों में 5 भारतीय खिलाड़ी शामिल हैं।

दिव्या ने काले मोहरो से पहले टाई-ब्रेक मुकाबले में जीत हासिल की, और दूसरा मुकाबला ड्रा कर अपना क्वार्टर फाइनल का स्थान सुनिश्चित किया।

कोनेरु हम्पी ने सफ़ेद मोहरो से पहली बाजी जीत कर, दूसरी बाजी में ड्रा खेला।

हरिका द्रोणावल्ली ने पहली बाजी में हार के बाद शानदार वापसी करते हुए क्वार्टर फाइनल में अपना स्थान बनाया ।

निचे देखे हरिका का शानदार उलटफेर।

सबसे लम्बे चले टाई-ब्रेक मुकाबले में वैशाली ने अपना संयम बनाये रखा और अंत में जीत अपने नाम की।

निचे देखे वैशाली की टाई-ब्रेक की अंतिम बाजी


जीत हासिल करने के बाद वैशाली और उनकी माताजी

आज होने वाली क्वार्टर फाइनल राउंड की पहली बाज़ी में:

कोनेरु हम्पी का मुक़ाबला चीन की युशिन सॉन्ग से होगा

आर वैशाली की भिड़ंत चीन की तान झोंगयी से होगी

हरिका द्रोणावल्ली को अपने हमवतन दिव्या देशमुख से टक्कर लेनी है

जबकि लेई टिंगजी का सामना जॉर्जिया की नाना ज़ागनिडज़े से होगा


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